उज्जैन में मंदिरों में विराजित भगवानों के श्रृंगार की अनूठी प्रतियोगिता होने जा रही है। प्रतियोगिता में शामिल मंदिर श्रृंगार के विजेता को नगद पुरस्कार भी दिया जाएगा। पहली बार यह आयोजन महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा कराया जा रहा है।
उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध उज्जैन की महाकाल नगरी में एक अनूठी प्रतियोगिता होने जा रही है। इस प्रतियोगिता में उज्जैन के प्रसिद्ध मंदिरों के अंदर होने वाले भगवानों के आकर्षक श्रृंगारों की प्रतियोगिता होगी। जिस मंदिर का श्रृंगार सुंदर होगा उसे नगद पुरस्कार भी दिया जाएगा। 1 जनवरी से शिवरात्रि 8 मार्च तक उज्जैन शहर के विभिन्न मंदिरों में आकर्षक श्रृंगारों शामिल किया जाएगा होंगे। इन सभी श्रृंगारों के फोटो और वीडियो उपलब्ध कराने होंगे। यह अनुठी प्रतियोगिता पहली बार महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा की जा रही है। उज्जैन के विभिन्न मंदिरों के श्रृंगार आधारित फोटो-वीडियो आमंत्रित कर उनमें से श्रेष्ठ फोटो वीडियो का चयन करके मंदिर समिति नगद पुरस्कार से सम्मानित करेगी। इस प्रतियोगिता के लिए प्रविष्टियां विक्रमोत्सव-2024 अंतर्गत अगले सप्ताह से आमंत्रित की जाएंगी। उज्जैन में भगवान महाकाल को प्रतिदिन आकर्षक श्रृंगार से सजाया जाता है । शिवरात्रि के पहले शिव नवरात्रि का पर्व पूरे देश में सिर्फ महाकाल मंदिर में ही मनाया जाता है। इस पर्व के दौरान 9 दिनों तक बाबा महाकाल को मनमोहक श्रृंगारों से दूल्हे के रूप में सजाते हैं। शिवरात्रि के दौरान उज्जैन के अन्य मंदिरों में भी भगवान के श्रृंगार किए जाते हैं। उज्जैन के मंदिरों में भगवान के श्रृंगार की परंपरा वर्षों पुरानी है। एक जनवरी से आठ मार्च महाशिवरात्रि तक उज्जैन के मंदिरों में विराजित भगवान के श्रृंगारों की फोटो-वीडियो मंदिर प्रबंध समिति कार्यालय में जमा कराई जा सकती है। प्रविष्टि के लिए इंटरनेट पर आधारित लिंक भी जारी की जाएगी।