बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेकर लाखों श्रद्धालु मंदिर से मन में मनोकामना लेकर जाते हैं और मनोकामना पूरी होने पर पुनः मंदिर आकर महाकाल के दर्शन करते हैं और मनचाही भेंट अर्पित करते हैं।

उज्जैन । उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के दरबार में प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं और अपनी मनचाही मनोकामना की अर्जी महाकाल से करते हैं। श्रद्धालु अपनी मनोकामना नंदी के कान में या फिर दान पेटी में पर्ची लिखकर भी डालते हैं। श्रद्धालु की मनोकामना जब पूरी होती है तो श्रद्धालु पुनः महाकाल आकर अपनी श्रद्धा अनुसार भेंट महाकाल को अर्पित करते हैं। इसी तरह अजमेर में रहने वाली एमबीबीएस की छात्रा हार्दिका परिहार ने अपनी पढ़ाई के आखिरी वर्ष में महाकाल से मनोकामना की थी कि उसकी कहीं अच्छी नौकरी लग गई तो वह अपनी पहली सैलरी से महाकाल को चांदी का मुकुट अर्पित करेगी। युवती हार्दिका की मनोकामना पूरी हुई और उसे अच्छी और मनचाही जॉब मिली आज सुबह अजमेर से हार्दिका परिहार अपने परिजनों के साथ महाकाल मंदिर पहुंची और उसने महाकाल दर्शन कर बाबा महाकाल के चरणों में अपनी पहली सैलरी से बनवाया चांदी का मुकुट अर्पित किया। हार्दिका ने बताया कि उसने महाकाल से मनोकामना की थी और महाकाल ने उसे आशीर्वाद दिया है।

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