उज्जैन रेलवे स्टेशन परिसर तथा प्लेटफार्म पर लगे 70 से अधिक सीसीटीवी कैमरों में इस साल चोरी की वारदात को अंजाम देते 17 मामले कैद हुए है। इसके अलावा 250 से ज्यादा लोग परिसर में गंदगी करते तथा नियम तोड़ते नजर आए है। इन लोगों पर 40 हजार से अधिक जुर्माना लगाया गया है। जबकि चोरी के मामले आरपीएफ ने जीआरपी के सुपुर्द किए है।


मिली जानकारी के मुताबिक रेलवे स्टेशन पर लगातार ट्रेनों में सफर कर रहे यात्री से लेकर स्टेशन परिसर में ट्रेन का इंतजार कर रहे मुसाफिरों के साथ चोरी की वारदातें होती रहती है। सिंहस्थ 2016 के दौरान स्टेशन परिसर में 24 घंटे निगरानी के लिए अतिरिक्त नए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। उसके बाद से 70 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे स्टेशन के अंदर तथा बाहर के परिसर से लेकर सभी प्लेटफार्म पर काम कर रहे हैं। स्टेशन परिसर में आरपीएफ थाने पर कंट्रोल रूम के माध्यम से सतत निगरानी की जाती है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस साल 1 जनवरी से लेकर 5 दिसंबर तक की अवधि में कुल 17 चोरी के मामले कैमरों में कैद हो चुके हैं। इनमें आरोपी बकायदा वारदात को अंजाम देते नजर आ रहे हैं। पकड़े गए चोरी के यह मामले आरपीएफ ने जीआरपी के सुपुर्द कर दिए है। अधिकांश मामलों में जीआरपी आरोपियों की तलाश कर रही है और कुछ को पकड़ा भी जा चुके है।
नियम तोडऩे वालों से वसूला जुर्माना
स्टेशन परिसर के सीसीटीवी कैमरों में जहां एक ओर इस साल चोरी की 17 वारदातें कैद हुई है। वहीं दूसरी ओर रेलवे के नियम तोड़ते 250 से ज्यादा लोग कैमरे की नजर में आए है। आरपीएफ से मिली जानकारी के मुताबिक इनमें ज्यादातर लोग स्टेशन परिसर में गंदगी फैला रहे थे तथा रेलवे के अन्य नियमों की अनदेखी कर रहे थे। ऐसे लोगों से नियमानुसार कार्रवाई कर इस साल अभी तक 48 हजार रूपये का जुर्माना वसूला जा चुका है।