उज्जैन की नागझिरी स्थित डिवाइन सिटी में रहने वाले दसवीं के छात्र प्रांशु यादव ने 22 नवंबर को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।

इस आत्महत्या के बाद यह बात सामने आई थी कि आत्महत्या करने वाला लड़का प्रांशु यादव अपने आप को लड़कियों की तरह रखना पसंद करता था और लड़कियों की ड्रेस में ही सोशल मीडिया के इंस्टाग्राम अकाउंट पर काफी सक्रिय था। प्रांशु एक होनहार लड़का था और महिला ब्यूटीशियन पर कोर्स भी कर रहा था। लेकिन अचानक आत्महत्या कर लेने से उसकी मौत के बाद कई सवाल खड़े हो गए। प्रांशु पिछले कई समय से डिप्रेशन का शिकार था और उसके सोशल मीडिया अकाउंट पर लगातार उसे ट्रोल किया जा रहा था संभवतः इसी पीड़ा से परेशान होकर प्रांशु ने आत्महत्या कर ली। उज्जैन के नागझिरी पुलिस ने इस मामले में प्रांशु का मोबाइल जप्त किया है। अब इस मामले में भारतभर की एलजीबीटी संस्था आगे आई है और सभी ने मिलकर प्रांशु यादव को इंस्टाग्राम के संस्था के पर्सनल अकाउंट पर सामूहिक श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए खेद व्यक्त किया है और कहा है कि मेटा के एक्स इंजीनियर आर टु रो बेजर ने यूएस के पार्लियामेंट को बोल रखा था कि इंस्टाग्राम पर छोटे बच्चे सुरक्षित नहीं है लेकिन इस और ध्यान नहीं दिया गया। संस्था ने यह भी लिखा है कि एक हफ्ते से ट्रोल होने के कारण प्रांशु बेहद तनाव में था ।