उज्जैन नगर निगम में फायर एनओसी की फाइलें स्वीकृत नहीं की जा रही थी और फायर एनओसी के लिए आवेदक परेशान हो रहे थे। इस मामले की जानकारी जब निगम आयुक्त को लगी तो उन्होंने सहायक आयुक्त को कारण बताओ नोटिस जारी किया है ।
उज्जैन रेलवे स्टेशन के सामने होटल चंद्रगुप्त में लगी आग के बाद उज्जैन का प्रशासनिक अमला फायर एनओसी को लेकर सख्त हुआ था। उज्जैन कलेक्टर सहित निगम कमिश्नर ने स्वयं इस मामले को गंभीरता से संज्ञान में लेकर जांच की थी । इस मामले में निगमायुक्त रोशन कुमार सिंह ने फायर अमले की बैठक ली तो पता चला कि पिछले 2 वर्षों से उज्जैन नगर निगम द्वारा एक भी फायर एनओसी जारी नहीं की गई है । मामले में जब निगमायुक्त ने जिम्मेदार अधिकारियों से पता किया तो यह बात सामने आई कि सहायक आयुक्त से फाइल आयुक्त के पास फायर एनओसी की स्वीकृति के लिए जाती है। लेकिन पिछले वर्ष की लगभग 15 फाइल सहायक आयुक्त कीर्ति चौहान द्वारा आगे नहीं बढ़ाई गई । इस मामले को लापरवाही मानते हुए निगमायुक्त ने सहायक आयुक्त कीर्ति चौहान को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस में यह भी उल्लेख किया गया है कि संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर विभागीय कार्यवाही भी की जाएगी । निगमायुक्त ने कहा कि फायर एनओसी लेने वाले आवेदकों के लिए फायर ब्रिगेड कार्यालय में हेल्पडेस्क बनाई जाएगी एवं दो कर्मचारी अलग से तैनात किए जाएंगे यह हेल्प डेस्क शीघ्र फायर एनओसी मिल सके यह कार्य देखेगी ।