उज्जैन की शिप्रा नदी के तट पर शिवरात्रि के अवसर पर 18 लाख दीपक जलाकर उज्जैन में विश्व कीर्तिमान बनाया गया था। शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम के तहत जलाए गए इन्हीं दीपों का अब अलग अलग रूप में उपयोग किया जा रहा है। लगभग 7 लाख दीपों से शिप्रा नदी के घाट पर दीवार के सहारे लोहे की जाली लगाकर “जय श्री महाकाल” लिखा गया है। श्रद्धालुओं को यह और आकर्षित करे इसके लिए रात में इसके आसपास लाइटिंग भी लगाई जाएगी। शिप्रा किनारे बनी यह जय श्री महाकाल की आकृति श्रद्धालु सहित उज्जैन वासियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहेगी और यह भी ध्यान रहेगा कि इन दीपों से ही उज्जैन में विश्व कीर्तिमान बनाया गया था। विश्व कीर्तिमान के लिए अट्ठारह लाख दीपक एक साथ प्रज्वलित किए गए थे। नगर निगम द्वारा बाकी बचे दीपों से भी शहर के अन्य प्रमुख चौराहे पर शिव महिमा से जुड़ी हुई नयनाभिराम आकृतियां बनाई जाएगी ।
65 फीट लंबी और 8 फीट ऊंची इस आकृति का दत्तअखाड़े की और घाट पर कल नगर निगम की ओर से उद्घाटन किया जाएगा ।