उज्जैन श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाएं जैसे – भस्मारती पंजीयन, शीघ्र दर्शन टिकट, जल अर्पण रसीद, अभिषेक पूजन इत्यादि की ऑनलाइन व्यवस्था की जा रही है। इसी तारतम्य में विगत 16 अप्रैल को श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अंतर्गत कार्यरत कर्मचारियों द्वारा भस्म आरती में प्रवेश हेतु जारी की जाने वाली भस्मारती अनुमति की जांच के दौरान एडिटिंग भस्म आरती अनुमति संज्ञान में आई।

उक्त संबंध में विगत 16 अप्रैल को भस्म आरती की नकली टिकट बनवाई जाकर फ्रॉड करने संबंधी लिखित शिकायत कार्यालय में प्राप्त हुई। प्राप्त शिकायत से संबंधित समस्त साक्ष्य एकत्रित कर महाकाल थाने में भेजकर संबंधितों के विरुद्ध एफ. आई. आर दर्ज की गई।

एफ .आई. आर दर्ज करने के पश्चात सात अन्य व्यक्ति जिसमें के. एस. एस कंपनी के माध्यम से कार्यरत कर्मचारी एवं कुछ पंडित और पुजारी शामिल पाए गए है।

कलेक्टर श्री कुमार पुरषोत्तम ने इस संबंध में प्रशासक महाकालेश्वर मंदिर को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि भस्म आरती एडिटिंग करने में पाए गए आउटसोर्स कंपनी के .एस .एस के अंतर्गत कार्यरत कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से कार्य से पृथक किया जाकर कंपनी के विरुद्ध 5 लाख रुपए अर्थदंड अधिरोपित किया जाए। साथ ही निर्देशित किया गया कि मंदिर परिसर के आंतरिक एवं बाह्य क्षेत्र में पुजारी ,पुरोहित ,प्रतिनिधियों के अतिरिक्त अनाधिकृत रूप से अन्यत्र समस्त जनों का प्रवेश तत्काल प्रतिबंधित किया जाए।

जो पुजारी, पुरोहित एवं प्रतिनिधियों के समान छद्म आचरण कर श्रद्धालुओं को गुमराह कर अवैध रूप से भगवान महाकालेश्वर की होने वाली भस्म आरती, जलाभिषेक, अभिषेक पूजन इत्यादि के नाम से श्रद्धालुओं से राशि वसूल करते हैं‌।संयुक्त दल गठित किया जाकर अनाधिकृत रूप से घूमने वाले ऐसे व्यक्तियों पर निगरानी रखी जाए। साथ ही समय-समय पर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही कर किसी भी श्रद्धालु के साथ किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी या अवैध वसूली ना हो यह सुनिश्चित किया जाए।