उज्जैन में होने वाली पैदल पंचकोशी यात्रा 15 अप्रैल से प्रारंभ होगी तथा 19 अप्रैल को इसका समापन होगा। पंचकोशी यात्रा में उज्जैन, इंदौर एवं अन्य संभाग के हजारों यात्री भाग लेते हैं। 118 किलोमीटर लंबी यात्रा में कई श्रद्धालु नंगे पांव चल कर ईश्वर आराधना करते हैं। पंचकोशी यात्रा के आयोजन के लिए प्रशासन द्वारा तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने इस सम्बन्ध में बैठक लेकर विभिन्न विभागों को दिशा-निर्देश जारी कर दिये हैं।

118 किलोमीटर की आस्था और विश्वास की पैदल यात्रा में यात्रा मार्ग पर पेड़ों पर पुराने मंदिरों पर और कई स्थानों पर मधुमक्खी के छत्ते बन जाते हैं। विशेषकर इन्हें हटाने के लिए निर्देश दिए गए हैं । श्रद्धालुओं द्वारा रास्ते में रुक कर और पड़ाव स्थलों पर दाल बाटी बनाई जाती है और कंडे के धुएं से मधुमक्खियां आक्रोशित होकर हमला करती हैं ।
वन विभाग को निर्देशित किया है कि वह यात्रा के पूर्व एवं यात्रा के दौरान सभी पड़ावों पर मधुमक्खी के छत्ते हटवाये, साथ ही इन स्थलों पर सांप, बिच्छू आदि विषैले जन्तुओं को पकड़ने के लिये कर्मचारी तैनात करे।

पंचक्रोशी यात्रा के लिये जिला पंचायत विभिन्न पड़ाव एवं उप पड़ावों पर टेंट लगाकर छाया की व्यवस्था करता है। इस बार सात पड़ाव एवं उप पड़ाव पर 15-15 हजार वर्गफीट टेंट लगाकर छाया की व्यवस्था की जायेगी। यह व्यवस्था पिंगलेश्वर में छह दिन एवं करोहन, नलवा, अंबोदिया, कालियादेह, जैथल व उंडासा में तीन-तीन दिन रहेगी।

कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने निर्देश दिये हैं कि लोक निर्माण विभाग समस्त पड़ाव एवं उप पड़ाव स्थल का समतलीकरण करेगा, पंचक्रोशी मार्ग का संधारण करेगा, मार्ग से कांटे, कंकड़-पत्थर हटायेगा, मन्दिर में आने-जाने हेतु बैरिकेटिंग की व्यवस्था करेगा, यात्रा मार्ग में आने वाली पुल-पुलियाओं पर रैलिंग लगाने का कार्य करेगा। इसी के साथ अष्टतीर्थ मार्ग का संधारण, जैथल से उंडासा जाने वाले मार्ग पर डिवाइडर लगाने का कार्य भी लोक निर्माण विभाग को सौंपा गया है। लोक निर्माण विभाग विद्युत एवं यांत्रिकी प्रभाग को पड़ाव एवं उप पड़ाव स्थल पर स्ट्रीट लाईट चालू करने का जिम्मा सौंपा गया है।

पेयजल एवं स्नान की व्यवस्था पीएचई करेगा

कलेक्टर ने पंचक्रोशी यात्रा के लिये लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को प्रत्येक पड़ाव एवं उप पड़ाव एवं यात्रा मार्ग में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने हेतु स्थाई एवं अस्थाई टंकियां रखने, नल जल योजनाओं को चालू करने एवं प्रत्येक 500 मीटर पर पेयजल उपलब्ध कराने को कहा है। साथ ही पड़ाव एवं उप पड़ाव स्थल एवं यात्रा मार्ग में आवश्यक स्थान पर स्नान हेतु फव्वारे लगाने के निर्देश दिये हैं।

कलेक्टर ने मप्रपक्षे विद्युत वितरण कंपनी को प्रत्येक पड़ाव पर यात्रा मार्ग में विद्युत सप्लाई हेतु ट्रांसफार्मर लगाने एवं उनके संधारण का कार्य करने को कहा है। प्रत्येक पड़ाव एवं उप पड़ाव पर प्रकाश व्यवस्था के लिये अस्थाई कनेक्शन उपलब्ध कराने, ऑटोमैटिक जनरेटर की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिये हैं। उज्जैन दुग्ध संघ द्वारा प्रत्येक पड़ाव एवं उप पड़ाव पर दूध एवं दुग्ध पदार्थों का विक्रय किया जायेगा। साथ ही ठण्डे पेयजल के टेंकर भी उपलब्ध कराये जायेंगे।

कलेक्टर ने शनि मन्दिर की समस्त व्यवस्थाएं नगर निगम उज्जैन को सौंपी हैं। जल संसाधन विभाग को कालियादेह पैलेस पर स्थित गहरे कुण्डों में बैरिकेटिंग लगाने एवं गहराई में न उतरने के संकेतक लगाने के निर्देश दिये हैं।

कलेक्टर ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को प्रत्येक पड़ाव स्थल पर आवश्यक उचित मूल्य की दुकानें लगाने तथा यात्रापूर्व पर्याप्त खाद्य सामग्री का भण्डारण करने के लिये कहा है। साथ ही विभागीय अधिकारियों को निरन्तर भ्रमण कर अमानक खाद्य सामग्री का विक्रय रोकने का कार्य भी सौंपा गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रत्येक पड़ाव एवं उप पड़ाव स्थल पर 10 बिस्तरों वाला अस्थाई चिकित्सालय स्थापित किया जायेगा। कलेक्टर ने जिला पंचायत को पंचक्रोशी यात्रियों का दुर्घटना बीमा कराने के निर्देश भी दिये हैं।