कल रंग पंचमी के अवसर पर सुबह भस्म आरती में बाबा महाकाल रंगों से होली खेलेंगे। होली के बाद कल रंगपंचमी पर एक बार फिर महाकाल के भक्त रंग से सराबोर हो जाएंगे ।
महाकाल मंदिर में प्राकृतिक फूलों से यह रंग बनाया जाता है । मध्यप्रदेश के दतिया से विशेष रूप से मंगाए गए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग महाकालेश्वर मंदिर परिसर में बनाया जा रहा है। महाकाल मंदिर के पुजारी यश गुरु के अनुसार टेसू के फूलों को कई घंटे उबाला जाता है उबालने के बाद में फूलों से बने हुए रंग को ठंडा किया जाता है और फिर इस रंग में बर्फ डालकर रखा जाता है। आज मंदिर परिसर में फूलों से रंग बनाया जा रहा है। कल सुबह भस्म आरती के बाद बाबा महाकाल पर यह प्राकृतिक फूलों का रंग अर्पित किया जाएगा। बाबा महाकाल के बाद श्रद्धालुओं पर यह रंग उड़ाया जाएगा ।