पूर्व उज्जैन कलेक्टर
आशीष सिंह की फेसबुक
वॉल से ।
उज्जैन कलेक्टर के 33 महीने के सुखद कार्यकाल का संतुष्टिपूर्ण समापन हुआ। कोविड के शुरुआती दौर में देश की सर्वाधिक मृत्यु दर की चुनौती के साथ उज्जैन में सफ़र प्रारम्भ हुआ और उस कठिन दौर में सबके सहयोग से स्थितियों पर क़ाबू पाया गया। शुरुआती दौर में RDGMC मेडिकल कॉलेज के कोविड वॉर्ड में पहली बार जाने की स्मृतियाँ आज भी दिलोदिमाग़ में ताज़ा हैं। उस समय महाकाल परिसर विस्तार का 78 करोड़ का कार्य बस प्रारम्भ हुआ था और उस पर 10 करोड़ का व्यय हुआ था। प्रोजेक्ट की संभावना को पहचानकर जुलाई 2020 में कार्य को नये तरीक़े से रिडिज़ाइन किया गया और स्मार्ट सिटी के शेष बचे पूरे फंड का उपयोग कर 47 हेक्टेयर पर 1100 करोड़ के महाकाल लोक के वर्तमान स्वरूप की प्लानिंग माननीय मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन में टीम के द्वारा की गई। इस हेतु 500 घरों के विस्थापन के साथ मात्र ढाई साल में (कोवड का समय मिलाकर) इसके पहले चरण का लोकार्पण कराना ऐतिहासिक उपलब्धि रही। महाकाल लोक का निर्माण और मात्र 1 साल में रुद्रसागर का पुनरुद्धार कर उसे बारहमासी बनाना मैं अभी तक की अपने जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि मानता हूँ। इसी बीच में राजस्व टीम के द्वारा 1200 करोड़ से अधिक की शासकीय भूमि अतिक्रमण से मुक्त करायी गई जिसमें से लगभग 50 हेक्टेयर की भूमियाँ शहर के ठीक मध्य में स्थित हैं। बाबा महाकाल की असीम कृपा से ही मैं इन कार्यों हेतु माध्यम बना। इंदौर में देवगुराड़िया के 13 लाख टन कचरे के पहाड़ का निपटान, 56 दुकान और महाकाल लोक का निर्माण पूरे देश में स्मार्ट सिटी मिशन के सर्वाधिक impactful परियोजनाओं में गिने जा सकते हैं। सामान्य और नगरीय प्रशासन के गहन अनुभव के बाद अब MD MPRDC के तौर पर रोड तथा ब्रिज इंफ़्रास्ट्रक्चर के तमाम आयामों पर बारीकी से कार्य करने तथा सीखने हेतु उत्साहित हूँ।
समस्त उज्जैनवासियों का आभार।
जय श्री महाकाल।