महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की आज हुई बैठक में मंदिर के गर्भगृह में श्रद्धालुओं के दर्शन का फैसला फिर टल गया। महाकाल लोक बनने के बाद लगातार उज्जैन में श्रद्धालुओं की संख्या में हो रही वृद्धि के कारण मंदिर के गर्भ गृह में अब श्रद्धालुओं के प्रवेश पर सावन महीने से लगा प्रतिबंध अभी तक लगा हुआ है । आज मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने स्पष्ट कहा कि 2 हजार लोगों को मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश देकर 1 लाख 98 हजार लोगों को दर्शन से वंचित नहीं कर सकते इसलिए अब आगे सोचेंगे क्या किया जा सकता है। कलेक्टर ने कहा कि महाकाल दर्शन करने के लिए प्रतिदिन दो लाख श्रद्धालु उज्जैन आ रहे हैं। गर्भ गृह में दर्शन व्यवस्था अगर शुरू की जाती है तो 1 घंटे में 200 लोगों को दर्शन कराए जा सकते हैं। इस हिसाब से 10 घंटे में 2000 श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। गर्भ ग्रह के दर्शन व्यवस्था से बैरिकेट्स में खड़े श्रद्धालुओं को सीधे गर्भगृह में दर्शन नहीं हो पाते हैं और ऐसी स्थिति में 1 लाख 98 ,हजार श्रद्धालु भी दर्शन से वंचित होते हैं इसलिए अब आगे सोचा जाएगा की गर्भ गृह में दर्शन व्यवस्था के लिए क्या किया जाए।