2 दिन पहले उज्जैन सहित जिले भर में चली आंधी और तूफान में उज्जैन में भारी नुकसान हुआ था सबसे अधिक नुकसान महाकाल लोक में हुआ था जिसकी गूंज राजधानी सहित दिल्ली तक पहुंची और अब महाकाल लोक में टुटी मूर्तियों को लेकर कांग्रेस आंदोलन की तरह सड़क पर है। लेकिन इन सबसे हटकर जो विध्वंस हुआ था उसे संवारने की शुरुआत आज से हो चुकी ।
उज्जैन के महाकाल लोक में तेज आंधी और तूफान से सप्त ऋषि आश्रम की 6 ऋषि-मुनियों की मूर्तियां अपने पेडल स्टैंड से नीचे गिर गई और मूर्तियां खंडित हो गई महाकाल लोक में हुए इस नुकसान की गूंज राजधानी भोपाल सहित दिल्ली तक पहुंची और कांग्रेस आंदोलन के लिए निकल पड़ी। उज्जैन जिला प्रशासन द्वारा सप्तर्षियों की 6 मूर्तियों के साथ-साथ सातवीं मूर्ति भी पेडल स्टैंड से निकालकर सभी मूर्तियां महाकाल लोक के पीछे पार्किंग में रखवाई गई । आज सुबह इन मूर्तियों को पुनः सुधारने और अपना मूर्त रूप देने के लिए गुजरात के सूरत से 8 मूर्ति कारों का दल उज्जैन पहुंचा और सभी ने काम की शुरुआत की सूरत से आए ठेकेदार विजय ने बताया कि इन मूर्तियों को पुनः सुधारा जाएगा यह मूर्तियां बहुत मजबूत है लेकिन फिर भी इनके अंदर स्ट्रक्चर को और मजबूत किया जाएगा और फिर यह मूर्तियां पुनः स्थापित होगी। ठेकेदार ने बताया कि महाकाल लोक की सभी मूर्तियों की जांच की जाएगी अन्य स्थानों से भी मूर्ति के कारीगर उज्जैन पहुंच रहे हैं ।
सप्तर्षियों की टूटी मूर्तियों को मूर्त रूप देते कारीगर ।