उज्जैन के श्रद्धालुओं को बाबा महाकालेश्वर के सुगमता पूर्वक दर्शन हो सके इसके लिए श्रद्धालुओं के लिए ‘‘उज्जैन द्वार’’ बनेगा जहां से उज्जैन के रहवासी अपना आधार कार्ड दिखाते हुए बाबा महाकाल के दर्शन सुगमता से कर सकेंगे। शनिवार को महापौर मुकेश टटवाल द्वारा महाकाल मंदिर प्रशासक संदीप सोनी से चर्चा करते हुए उज्जैन वासियों के लिए पृथक से जुलाई-अगस्त माह तक उज्जैन द्वार के माध्यम से दर्शन व्यवस्था शीघ्र प्रारंभ करने के लिए कहा गया।
महापौर मुकेश टटवाल द्वारा शनिवार को महाकाल मंदिर प्रशासक संदीप सोनी के साथ बैठक करते हुए उज्जैन वासियों के लिए पृथक से दर्शन व्यवस्था प्रारंभ किए जाने की चर्चा की गई। महापौर टटवाल द्वारा प्रशासक सोनी से कहा कि ऐसा प्रयास किया जाए कि जुलाई-अगस्त तक उज्जैन द्वार के माध्यम से उज्जैन शहर के रहवासियों को दर्शन व्यवस्था प्रारंभ हो सके। जिसमें उज्जैन के रहवासी अपना आधार कार्ड दिखाते हुए बाबा महाकाल के सुगमता पुर्वक दर्शन कर सकेंगे। महापौर श्री टटवाल द्वारा बाबा महाकालेश्वर के दर्शन करते हुए आशीर्वाद लिया गया कि उज्जैन शहर के श्रद्धालुओं को आपके दर्शन सुगमता पूर्वक हो इस हेतु शीघ्र ही उज्जैन द्वार बने और दर्शन सुगमता पूर्वक कर सके।
उल्लेखनीय है कि उज्जैन के रहवासियों को बाबा महाकालेश्वर के दर्शन सुगमता पूर्वक हो सके इसके लिए मंदिर समिति की बैठक में महापौर द्वारा यह निर्णय पारित करवाया था कि उज्जैन के नागरिकों के लिए दर्शन सुगमता पूर्वक हो इसके लिए एक पृथक से द्वार की व्यवस्था की जाएगी इसी क्रम में शनिवार को महापौर द्वारा मंदिर प्रशासक संदीप सोनी से चर्चा करते हुए उक्त कार्य योजना को शीघ्र प्रारंभ करने हेतु निर्देश दिए गए।
मंदिर प्रशासक से चर्चा के साथ ही कलेक्टर से भी इस विषय पर चर्चा करते हुए शीघ्र इस व्यवस्था को लागू करने हेतु कहा गया जिसमें उज्जैन के श्रद्धालु अपना आधार कार्ड दिखाकर बाबा के दर्शन सुगमता से कर सकेंगे उक्त व्यवस्था जुलाई या अगस्त माह से प्रारंभ की जाएगी क्योंकि 31 जुलाई तक महाकाल मंदिर के द्वितीय चरण का कार्य पूर्ण हो जाएगा इसके निर्माण कार्य पूर्ण होने के पश्चात जहां से बाबा की सवारी निकलती है उसके पास में जो टनल बन रही है वहीं से उज्जैन के श्रद्धालुओं को दर्शन हो सकेंगे। यह भी चर्चा की गई कि बाबा महाकाल के दर्शन करने हेतु सिर्फ शीघ्र दर्शन व्यवस्था के लिए ही शुल्क व्यवस्था की गई है सामान्य दर्शनार्थी बिना किसी शुल्क के बाबा के दर्शन कर सकते हैं साथ ही दिव्यांगजन एवं वृद्धजनों के लिए व्हीलचेयर की भी व्यवस्था करते हुए पृथक द्वार से दर्शन मंदिर समिति द्वारा करवाए जा रहे हैं।