उज्जैन में आज मंगलवार को प्रशासनिक भवन के द्वितीय तल पर स्थित सभाकक्ष में अपर कलेक्टर मृणाल मीना एवं अन्य अधिकारियों द्वारा विभिन्न मामलों में जनसुनवाई की गई जिसमें अधिकतर शिकायत सरकारी योजनाओं की राशि में हेरफेर सहित जमीन कब्जे के प्रकरण थे।
ग्राम केसवाल तहसील माकड़ोन निवासी किशनलाल ने आवेदन दिया कि गांव में स्थित उनके स्वामित्व की कृषि भूमि को थाने में तैनात आरक्षक के द्वारा गोपनीय तरीके से एक अन्य व्यक्ति के नाम करवा दिया गया है तथा जमीन की रजिस्ट्री भी करवा ली गई है, जबकि शासकीय अभिलेख में जमीन पर उनका नाम दर्ज है। इसके अलावा उनके द्वारा उगाई गई गेहूं की फसल को भी काटने का कार्य किया जा रहा है। इस पर तहसीलदार माकड़ोन को मामले की जांच करने के निर्देश दिये गये।
ग्राम झिरोलिया तहसील उज्जैन निवासी तोलाराम ने आवेदन दिया कि गांव में स्थित शासकीय जमीन व हैण्ड पम्प पर कुछ लोगों के द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है। इस पर तहसीलदार उज्जैन ग्रामीण को मामले की जांच करने के निर्देश दिये गये।
ग्राम राघवी तहसील महिदपुर निवासी बनेसिंह सोलंकी ने आवेदन देकर शिकायत की कि गांव के सरपंच और सचिव के द्वारा शासकीय योजनाओं के तहत प्रदाय की जाने वाली राशि का फर्जी तरीके से आहरण कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। इस पर सीईओ जनपद पंचायत को मामले की जांच करने के निर्देश दिये गये।
ग्राम दिलौद्री तहसील तराना निवासी दिनेशचंद्र विश्वकर्मा ने आवेदन दिया कि गांव में उनके स्वामित्व की कृषि भूमि पर कपिल धारा योजना के अन्तर्गत उनके द्वारा एक कुआ खुदवाया गया था। कुए के निर्माण के दौरान योजना के तहत उन्हें राशि प्राप्त नहीं हुई है। इस पर सीईओ जनपद पंचायत तराना को मामले की जांच कर उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।